कोयल कूंके डाल डाल पर, उडे कीट पंतगा
मन कर ता अठ्खेलिया, मौसम मस्त मतंगा
मंद मंद बहती बयार, पुष्प उठे है खिल
मीठी वाणी, मीठे स्वर से, एक दुजे से मिल
मीठी वाणी, मीठे स्वर से, एक दुजे से मिल
महकी दसों दिशाएं, ढोल की मीठी धुन
आम्र्मंजरी चहक रही, आया अब फ़ागुन
आम्र्मंजरी चहक रही, आया अब फ़ागुन
नयी उमंगें, नयी चेतना, नवगीत हर्षाये
पावन बसंत की बेला पर, वाग्देवी विद्या बरसाए
चरणदीप अजमानी, पिथौरा 9993861181
Ajm.charan@gmail.com
Ajmani61181.blogspot.com
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वसंत के मौसम पर दिलचस्प रचना . अच्छी प्रस्तुति. आभार. वसंत-पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं .
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